origin and evolution of the earth
पृथ्वी की आंतरिक संरचना कई अलग-अलग परतों से बनी है, जिनमें से प्रत्येक में अद्वितीय गुण हैं। ये परतें हैं: 1. पपड़ी विवरण: पृथ्वी की सबसे बाहरी परत, अपेक्षाकृत पतली और ठोस। प्रकार: महाद्वीपीय भूपर्पटी: मोटी (लगभग 30-50 किमी) और कम घनी, ज्यादातर ग्रेनाइट से बनी है। महासागरीय भूपर्पटी: पतली (लगभग 5-10 किमी) लेकिन सघन, मुख्य रूप से बेसाल्ट से बनी। तापमान: सतह के तापमान से लेकर लगभग 400°C तक होता है। महत्व: इसमें सभी ज्ञात जीवन समाहित हैं और यह महाद्वीपों और महासागरीय घाटियों को धारण करता है। 2. मेंटल विवरण: भूपर्पटी के नीचे स्थित है और लगभग 2,900 किमी गहराई तक फैला हुआ है, जो पृथ्वी के आयतन का लगभग 84% बनाता है। संरचना: मुख्य रूप से मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर सिलिकेट खनिजों से बना है। परतें: ऊपरी मेंटल (एस्थेनोस्फीयर सहित): आंशिक रूप से पिघला हुआ और धीमी, प्लास्टिक प्रवाह में सक्षम, जो प्लेट टेक्टोनिक्स को संचालित करता है। निचला मेंटल: ठोस लेकिन बहुत धीमी गति से चलने में सक्षम। तापमान: इसके सबसे गहरे बिंदु पर 500°C से लेकर लगभग 4,000°C तक होता है।